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    निपुण लक्ष्य

    निपुण लक्ष्य के अंतर्गत गतिविधियाँ  २०२४ (लिंक पर क्लिक करें ,फाइल साइज़ 993के  बी एवं पी डी एफ फाइल )

    निपुण लक्ष्य के बारें में 

    निपुण लक्ष्य  का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत भारत में सभी बच्चों को तीसरी कक्षा के अंत तक बुनियादी साक्षरता और गणना (फाउंडेशनल लिटरेसी और न्यूमेरसी) प्राप्त करने में सक्षम बनाना है। केंद्रीय विद्यालय संगठन (के वि एस) में निपुण लक्ष्य के कार्यान्वयन पर निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाता है:

    1. **बुनियादी साक्षरता और गणना के लक्ष्य**: छात्रों के लिए स्पष्ट और मापने योग्य लक्ष्य स्थापित करना ताकि वे तीसरी कक्षा के अंत तक समझ के साथ पढ़ने और बुनियादी गणना कौशल में प्रवीणता प्राप्त कर सकें।
    2. **पाठ्यक्रम और शिक्षाशास्त्र**: पाठ्यक्रम को इस तरह से अनुकूलित और डिजाइन करना जिसमें बुनियादी कौशलों पर जोर दिया जाए। इसमें ध्वन्यात्मक पढ़ाई, कहानी सुनाना, संवादात्मक गतिविधियाँ, और व्यावहारिक गणना अभ्यास शामिल हैं।
    3. **शिक्षक प्रशिक्षण**: शिक्षकों को प्रभावी रणनीतियों और पद्धतियों से लैस करने के लिए पेशेवर विकास और प्रशिक्षण प्रदान करना। इसमें कार्यशालाएं, सेमिनार, और निरंतर समर्थन शामिल है।
    4. **मूल्यांकन और निगरानी**: बुनियादी कौशलों में छात्रों की प्रगति की निगरानी के लिए नियमित मूल्यांकन लागू करना। इसमें सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने और समय के साथ विकास को ट्रैक करने के लिए प्रारूपिक और योगात्मक मूल्यांकन दोनों शामिल हैं।
    5. **अभिभावक सहभागिता**: बच्चों के साक्षरता और गणना विकास का समर्थन करने के लिए अभिभावकों को संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान कर उन्हें सीखने की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना।
    6. **शिक्षण संसाधन**: उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण सामग्री जैसे कार्यपुस्तिकाएं, कहानी की किताबें, और शैक्षिक खेल विकसित करना और वितरित करना जो निपुण लक्ष्य के उद्देश्यों के अनुरूप हों।
    7. **पुनर्वास समर्थन**: उन छात्रों के लिए अतिरिक्त समर्थन और पुनर्वास कक्षाओं की पेशकश करना जिन्हें बुनियादी साक्षरता और गणना के मानकों को प्राप्त करने में अतिरिक्त मदद की आवश्यकता होती है।
    8. **समुदाय की सहभागिता**: बच्चों की शिक्षा के लिए एक सहायक वातावरण बनाने के लिए समुदाय के साथ जुड़ना। इसमें स्थानीय संगठनों, पुस्तकालयों, और स्वयंसेवकों के साथ सहयोग शामिल हो सकता है।
    9. **प्रौद्योगिकी का उपयोग**: बुनियादी कौशलों के शिक्षण और सीखने को बढ़ाने के लिए शैक्षिक ऐप्स, डिजिटल कक्षाओं, और ऑनलाइन संसाधनों के माध्यम से प्रौद्योगिकी को शिक्षा प्रक्रिया में शामिल करना।
    10. **समावेशी शिक्षा**: यह सुनिश्चित करना कि निपुण लक्ष्य के तहत की गई पहलकदमी समावेशी हो और सभी छात्रों की विविध आवश्यकताओं को पूरा करे, जिसमें विकलांग बच्चे या वंचित समुदायों से आने वाले बच्चे भी शामिल हैं।

    इन बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करके, के वि एस का लक्ष्य निपुण लक्ष्य के उद्देश्यों को प्राप्त करना है, जिससे प्रत्येक बच्चा आजीवन सीखने और सफलता के लिए आवश्यक बुनियादी कौशल प्राप्त कर सके।